"जैसी करनी, वैसी भरनी" का मतलब है कि हम जो भी कर्म करते हैं, उसका फल हमें अवश्य मिलता है। यह कहावत हमारे कर्मों के महत्व और उनके परिणामों को दर्शाती है।
यह कहानी इस बात को समझाने में मदद कर सकती है:
एक बार एक गांव में मोहन नाम का एक व्यक्ति रहता था। मोहन बहुत ही स्वार्थी और धोखेबाज था। वह हमेशा अपने फायदे के लिए दूसरों को नुकसान पहुंचाता था। एक दिन उसने अपने पड़ोसी से उसकी जमीन हड़पने की योजना बनाई और सफल भी हो गया।
कुछ समय बाद, मोहन को एक नई जमीन मिली जिसमें उसने खेती शुरू की। लेकिन एक रात अचानक उसके खेत में आग लग गई और सारी फसल जलकर राख हो गई। मोहन को भारी नुकसान हुआ और उसे समझ में आया कि उसने जिस प्रकार दूसरों के साथ गलत किया था, आज उसका ही फल उसे मिला।
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि अच्छे कर्म करने से हमें अच्छे परिणाम मिलते हैं और बुरे कर्म करने से बुरे परिणाम। इसीलिए, हमें हमेशा सच्चाई और ईमानदारी के मार्ग पर चलना चाहिए ताकि हमें भी सकारात्मक परिणाम मिलें। ?